डॉ. हिमेंन्द्र बाली एक शिनाख्त
हिमाचल प्रदेश के साहित्य सुमेरू हिमेंन्द्र बाली का आविर्भाव 3 जनवरी 1968 को हिमाचल प्रदेश के शिमला जनपद की पुनीत धरा कुमारसैन के चेकुल देहात में हुआ। इनके पिता श्री सुखनंद बाली पुरातन भिषक थे और मां प्रेम दासी बाली…
पुस्तक मेले में बाल साहित्य की भरमार
⭐️ स्पेशल स्टोरी ⭐️ ओकार्ड राष्ट्रीय पुस्तक मेला 2024 ⭐️ शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर सजे पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों द्वारा प्रदर्शित पुस्तकों में बाल साहित्य की भरमार है। इन पुस्तकों में कविता, कहानी, बाल उपन्यास, महापुरुषों की…
पुस्तक मेले में सजी हिमाचली लेखकों की पुस्तकें
⭐️ स्पेशल स्टोरी ⭐️ ओकार्ड राष्ट्रीय पुस्तक मेला 2024 ⭐️ शिमला पुस्तक मेले में हिमाचल प्रदेश के लेखकों की पुस्तकों के संचयन एवं प्रदर्शनी के लिए आधार प्रकाशन पंचकूला के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। शिमला के रिज…
गेयटी में कल होगा “गांव का इतिहास” का लोकार्पण
गांव का इतिहास पुस्तक का लोकार्पण शुक्रवार 28 जून को 5:30 बजे ऐतिहासिक गेयटी थियेटर शिमला के कांफ्रेंस हॉल में संपन्न होगा गांव का इतिहास पुस्तक ठाकुर राम सिंह शोध संस्थान नेरी हमीरपुर द्वारा दो करो में प्रकाशित की गई…
पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय में हिंदी लेखक एस.आर. हरनोट से संवाद का विशेष कार्यक्रम
पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय बठिंडा में माननीय कुलपति आचार्य राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी जी के संरक्षण में हिंदी विभाग द्वारा ‘लेखक से संवाद’ के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें समकालीन हिंदी कथा साहित्य के विख्यात लेखक श्री एस.आर.हरनोट से…
हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद
ठाकुर रामसिंह इतिहास शोध संस्थान नेरी और भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में ‘हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर’ विषय पर 4 व 5 मई, 2024 को दो दिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन शोध संस्थान नेरी, हमीरपुर…
हिमालय मंच की कुफरी ललित कैफे में साहित्यिक गोष्ठी और चिड़ियाघर का भ्रमण
👉साहित्य, पर्यावरण और बेजुबान दोस्तों के साथ संवाद की जरूरी यात्रा हिमालय साहित्य मंच द्वारा हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के खूबसूरत ललित कैफे (चीनी बंगलों) में एक साहित्यक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मंच के सदस्य अनिल शर्मा…
फाल्गुन मास में बाहरी सराज के नगेला देव के सम्मान में गड़ाई उत्सव परम्परा
कुल्लू जिले का बाहरी सराज क्षेत्र शैव, शाक्त व नाग मत परम्परा के लिये विख्यात रहा है. बाहरी सराज क्षेत्र कुल्लू जिले के मुख्यालय से दक्षिण दिशा में सतलुज घाटी क्षेत्र के अंतर्गत है. सुप्रसिद्ध जलोड़ी व बिश्लेऊ दर्रे बाहरी…
हिमाचल की अनूठी देव संस्कृति
हिमाचल प्रदेश अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए तो पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है ही, किन्तु सांस्कृतिक रूप से भी यदि देखा जाए तो हिमाचल सर्वथा एक अलग और अनूठा राज्य है। यहां के जनजीवन और संस्कृति पर सर्वाधिक प्रभाव यहां…
एस.आर.हरनोट कृत “बिल्लियां बतियाती है” मुंबई विश्वविद्यालय के पाठयक्रम में
हितेन्द्र शर्मा, शिमला प्रख्यात लेखक एस.आर.हरनोट की बहुचर्चित कहानी “बिल्लियां बतियाती है” मुंबई विश्वविद्यालय के अधीन सीकेट स्वायत्त महाविद्यालय के बी.ए के पाठयक्रम में देश के कई प्रतिष्ठित लेखकों के साथ शामिल की गई है। यह कहानी जब पहल में…